Monday, November 18, 2024

क्रिएटिव आर्ट्स एजुकेशन प्रोग्राम का शुभारम्भ

 आज स्कूल में कक्षा 7वीं और 9वीं के विद्यार्थियों के साथ क्रिएटिव आर्ट्स एजुकेशन प्रोग्राम का पहला दिन था, जिसे टीए फेलोज़ के साथ आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम लर्निंग थ्रू आर्ट्स, नैरेटिव्स एंड डिस्कोर्सेज (LAND) और पब्लिक आर्ट्स ट्रस्ट् ऑफ इंडिया (PATI)द्वारा संचालित है।

कार्यक्रम की शुरुआत में बच्चों को समकालीन लोक कलाकार भज्जू सिंह श्याम की पेंटिंग्स के बारे में जानने का अवसर मिला। भज्जू सिंह श्याम एक प्रसिद्ध गोंड कलाकार हैं, जिनकी चित्रकला उनके अनुभवों और लोक संस्कृति की गहराई को दर्शाती है। उन्होंने पारंपरिक गोंड कला को समकालीन संदर्भों में प्रस्तुत करके उसे एक नई पहचान दी है। उनकी पेंटिंग्स में रोज़मर्रा के जीवन, प्रकृति और कहानियों का अद्भुत चित्रण होता है, जो ग्रामीण जीवन के अनुभवों और समकालीन दृष्टिकोण का संगम है भज्जू सिंह श्याम ने अपने प्रसिद्ध कार्य लंदन जंगल बुक के माध्यम से एक अद्वितीय दृष्टिकोण प्रस्तुत किया, जो उनके लंदन प्रवास का अनुभव है। इस किताब में उन्होंने अपनी गोंड कला शैली के माध्यम से लंदन शहर को जंगल के रूप में चित्रित किया है। भज्जू सिंह ने वहां की इमारतों, परिवहन, और लोगों को जानवरों के रूप में रूपांतरित कर अपने अनुभवों को एक अलग तरीके से दर्शाया है। यह किताब पारंपरिक गोंड कला और समकालीन अनुभवों का अद्भुत संगम है। समकालीन कला आज के समय की सामाजिक, सांस्कृतिक और व्यक्तिगत कहानियों को एक रचनात्मक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करती है। यह कला परंपरागत तरीकों और नए प्रयोगों का मेल होती है, जो कलाकार की वर्तमान समय से जुड़ी भावनाओं और विचारों को व्यक्त करती है।


विद्यार्थियों ने इन पेंटिंग्स के साथ कई गतिविधियाँ कीं, जिनमें उन्होंने जानवरों के गुणों और व्यवहार के बारे में आत्मीय रूप से जाना। इस प्रक्रिया के दौरान उन्होंने समकालीन लोक कला और ग्रामीण जीवन को भज्जू सिंह श्याम के संदर्भ में भी गहराई से समझा।

विद्यार्थियों ने चित्रकला, लेखन और आपसी चर्चा के माध्यम से अपनी-अपनी दृष्टिकोण पेंटिंग के बारे में साझा किेये और भज्जू सिंह श्याम के दृष्टिकोण को समझने का प्रयास किया। 



यह गतिविधि LAND और PATI के फेलोज़ प्रवीण सिंह भाटी और स्वधा जोशी द्वारा संचालित की गई।

Akmal Naeem Siddiqui

School Desk

17 November 2024


Sunday, November 17, 2024

बाल दिवस समारोह पूर्वक आयोजित

आज दिनांक 14 नवम्बर 2024 को स्थानीय विद्यालय में बाल दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया । 

14 नवम्बर 1889 को इलाहाबाद में जन्में और स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री बने पण्डित जवाहरलाल नेहरु भारत की याद में प्रत्येक वर्ष इस दिवस को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योंकि उन्हें बच्चों से बहुत प्यार था ।

समारोह से एक दिवस पूर्व ही प्रधानाचार्य महोदया श्रीमती प्रतिभा शर्मा द्वारा बेठक का आयोजन कर समस्त गतिविधि प्रभारियों को मेले के सफल आयोजन हेतु दिशा निर्देश प्रदान किये गये । 


बाल दिवस के अवसर पर विद्यालय प्रांगण में प्रार्थना सभा के बाद सबसे पहले खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया ।  इन खेलों में चम्मच दौड़ और वालीबॉल के मुकाबले प्रमुख रहे । शारीरिक शिक्षक श्री दशरथ और श्री कमलेश के निर्देशन में ये प्रतियोगितायें सम्पन्न हुई ।



विद्यालय के अहिंसा सभागार में फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें प्राथमिक कक्षाओं के विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया ।

नन्हे मुन्ने विद्यार्थी श्रीराम, सीता माता, लक्ष्मी और हनुमान का रूप धर कर आये तो वहीं कुछ बच्चे चाचा नेहरु के रूप में उपस्थित हुये ।



इसके अतिरिक्त बच्चे पुलिस और फ़ौजी की यूनिफार्म में बड़े मनमोहक प्रतीत हो रहे थे । 

इन बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेकर दर्शको  का मन मोह लिया । कार्यक्रम प्रभारी श्रीमती किरण देवड़ा और वैशाली लाम्बा ने बताया कि बच्चे इस कार्यक्रम के लिये बहुत अधिक उत्साहित थे ।


कार्यक्रम का संचालन श्री मनीष राठौड़ और भल्ला राम चौधरी ने किया । श्री आसिफ, श्रीमती ममता मौर्य व रश्मि लखेरा ने सहयोग प्रदान किया ।


विभिन्न प्रतियोगिताओं के मूल्यांकन के लिये व्याख्याता श्री चैनसिंह राजपुरोहित, योगेश दाधीच, अकमल नईम, सोनल सिंह जोधा आदि जज की भूमिका में रहे ।

विद्यालय के बाहरी प्रांगण में स्टॉल लगा कर मेले का आयोजन भी किया गया । ये मेला श्री अकमल नईम, निधि भार्गव और अंशु परिहार के निर्देशन में आयोजित किया गया था । 


मेले में बीस से अधिक स्टॉल्स लगाई गईं थी । जिनमें फ्रूट चाट, समोसे, पोहे, सैण्डविच, पानी पुरी, शर्बते मुहब्बत, निम्बू सोडा, कोल्ड कॉफी और पान की स्टाल्स लगाई गई । 








मेले में स्थानीय विद्यालय के विद्यार्थियों के अलावा उनके परिजनों ने भी खरीदारी की और व्यंजनों का आनन्द लिया ।




        उप प्राचार्य श्री अशरफ़ शेख तथा श्रीमती क्षिप्रा चौधरी एवम अन्य विद्यालय स्टॉफ ने भी मेले का अवलोकन किया । 

मेले का आयोजन अत्यंत सफल रहा । मेला अपने नियत समय से पूर्व ही समाप्त करना पड़ा क्योंकि बच्चों द्वारा बनाई गई समस्त सामग्री समय पूर्व ही बिक गई थी । 


झलकियां






 

Tuesday, November 12, 2024

संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत विद्यालय में क्लस्टर कैम्प आयोजित

               निर्वाचन कार्यालय द्वारा चलाये जा रहे संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत स्थानीय विद्यालय में आज दिनांक 12 नवम्बर 2024 को कलस्टर कैम्प का आयोजन किया गया ।





                कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यालय में अध्ययनरत 17 वर्ष तथा इससे अधिक आयुवर्ग के विद्यार्थियों का मतदाता सूची में नाम जोड़ना तथा उन्हें "वोटर हेल्प लाइन एप" के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान करना था ।

                बी.एल.ओ. श्री शौकत लोहिया ने विद्यार्थियों को  "वोटर हेल्प लाइन एप" के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए इस एप के माध्यम से नाम जोड़ने, संशोधित करने तथा स्थानान्तरण करने आदि की प्रक्रिया को प्रोजेक्टर के माध्यम से बहुत ही प्रभावी तरीके से समझाया ।

                स्थानीय विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती प्रतिभा शर्मा ने निर्वाचन विभाग की इस पहल को सकारात्मक बताते हुए विद्यार्थियों से एप के सम्बन्ध में चर्चा की । स्थानीय विद्यालय के वरिष्ठ अध्यापक तथा बी.एल.ओ. अकमल नईम ने कार्यक्रम का संचालन किया। 





School Desk

12 Nov. 2024


विद्यार्थियो ने चैनल 24 न्यूज़ का किया अवलोकन  तथा जानी न्यूज़ लेखन, न्यूज़ रीडिंग और एडिटिंग  से लेकर  ब्राउकास्टिंग तक की प्रक्रिया 

                      पी.एम.श्री योजना के अन्तर्गत माह नवम्बर की गतिविधि में शामिल उप गतिविधि मीडिया जागरुकता के तहत आज दिनांक 12 नवम्बर 2024 को स्थानीय विद्यालय के विद्यार्थियों को सुप्रसिद्ध न्यूज चैनल, न्यूज़ 24 प्लस का भ्रमण करवाया गया । 


                     भ्रमण से पूर्व विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती प्रतिभा शर्मा ने विद्यार्थियों के समक्ष समाचार के विभिन्न डिजिटल प्लेटफार्म की चर्चा करते हुये बताया कि वर्तमान समय में टी.वी. चैनल्स के अलावा यू-ट्यूब जैसे स्वतंत डिजिटल माध्यमों पर भी समाचार प्रसारित किये जा रहे हैं । इसके अलावा अनेक क्षेत्रीय समाचार चैनल भी प्रसिद्ध हुये हैं । 

                    विद्यार्थियों का ये दल स्थानीय विद्यालय के व्याख्याता तथा गतिविधि प्रभारी श्री कपिल सक्सेना तथा श्री अकमल नईम के नेतृत्व में न्यूज़ चैनल 24 प्लस तथा डेन नेटवर्क के कार्यालय में भ्रमण के लिये गया था । 

                


                                      
                        दल का स्वागत श्री अजय अस्थाना जी ने बड़ी गर्म जोशी से किया । समाचार सम्पादक श्री मुकेश परिहार ने विद्यार्थियों को न्यूज रिकाडिंग तथा एडिटिंग प्रक्रिया से रुबरू करवाया वहीं वीडियो जर्नलिस्ट श्री यशपाल शर्मा ने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुये बच्चों के अनुभव भी रिकार्ड किये ।



                    समाचार वाचक श्रीमती सोनम शर्मा ने विद्यार्थियो को स्क्रीन पर समाचार पढ़ने की बारीकियों पर चर्चा की तथा विद्यार्थियों से समाचार भी पढ़वाये ।






                    इसी तरह डेन नेटवर्क्स के कार्यालय में आपरेशनल यूनिट हैड श्री प्रदीप बंसल तथा टेक्निकल हेड श्री गिरधारी शर्मा ने डेन बाडबैण्ड तथा डेन नेटवर्क की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से बताया । 
            

       समाचार वचन करते हुए विद्यार्थी 





24 प्लस न्यूज़ चैनल पर प्रसारित भ्रमण की ख़बर देखने के लिए लिंक पर क्लिक कीजिए ।







Monday, November 11, 2024

"भारत में बाल अधिकार और उनका संरक्षण" विषय पर व्याख्यान आयोजित


                    पी.एम. श्री विद्यालय कार्यक्रम के अंतर्गत नागरिकता कौशल, संवैधानिक मूल्य, एंव भारत का ज्ञान गतिविधि के तहत नवम्बर माह में आयोजित की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों के क्रम में स्थानीय विद्यालय में आज "कानून के शासन के प्रति सम्मान" विषय के अंतर्गत विद्यार्थियों को "भारत में बाल अधिकार और उनका संरक्षण" विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया । 



                     कार्यक्रम प्रभारी श्री कपिल सक्सेना ने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य श्रीमती प्रतिभा शर्मा ने की वहीं मुख्य अतिथि और वक्ता, राजस्थान हाईकोर्ट के वकील और समाज सेवी श्री मोहम्मद अतीक़ थे ।
 
 


               श्री मोहम्मद अतीक़ ने विद्यार्थियों को बाल अधिकारों और इससे जुड़े कानूनों के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान की । उन्होंने बताया कि :- 
                         भारत में बाल अधिकारों की रक्षा संविधान, कानून और अंतरराष्ट्रीय समझौतों के माध्यम से की जाती है। बालकों के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण क़ानून और नीतियाँ बनाई गई हैं। इनमें से कुछ प्रमुख बाल अधिकारों और उनसे संबंधित क़ानून निम्नलिखित हैं: 
     1. शिक्षा का अधिकार भारत के संविधान में बच्चों को शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित किया गया है। 6 से 14 वर्ष तक के सभी बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा मिलनी चाहिए, जिसे "Right to Education Act (RTE)" के तहत लागू किया गया है। 
     2. श्रम से मुक्ति किसी भी बच्चे से काम कराना, विशेष रूप से श्रमिक के रूप में, अवैध है। भारत में "Child Labour (Prohibition and Regulation) Act, 1986" और "The Juvenile Justice (Care and Protection of Children) Act, 2015" के तहत बाल श्रम पर प्रतिबंध लगाया गया है। 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को किसी भी खतरनाक काम में लगाया जाना कानूनन अपराध है। 
     3. स्वास्थ्य और पोषण बालकों को स्वास्थ्य और पोषण का अधिकार प्राप्त है। भारत सरकार की कई योजनाएँ, जैसे "Integrated Child Development Services (ICDS)" और "National Health Mission (NHM)", बच्चों की स्वास्थ्य और विकास के लिए कार्य कर रही हैं। 
     4. सुरक्षा और संरक्षण बच्चों को शारीरिक, मानसिक और यौन शोषण से सुरक्षा प्राप्त है। "The Protection of Children from Sexual Offences (POCSO) Act, 2012" बच्चों के यौन उत्पीड़न से बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण क़ानून है। इसके अलावा, "Juvenile Justice (Care and Protection of Children) Act, 2015" के तहत बच्चों की देखभाल और संरक्षण का प्रावधान किया गया है। 
     5. मतदाता और नागरिक अधिकार बालकों को 18 वर्ष की आयु के बाद मताधिकार (वोट देने का अधिकार) प्राप्त होता है। इसके अलावा, बच्चों को संविधान के तहत "Right to Life and Liberty" के तहत सुरक्षा और स्वावलंबन का अधिकार भी प्राप्त है। 
     6. बाल विवाह का निषेध भारत में बाल विवाह पर प्रतिबंध है। "Prohibition of Child Marriage Act, 2006" के अनुसार, लड़कियों की विवाह की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और लड़कों की 21 वर्ष होनी चाहिए। 
     7. समान अधिकार बच्चों को उनके लिंग, धर्म, जाति, रंग, या सामाजिक स्थिति के आधार पर भेदभाव से बचाने के लिए संविधान में समानता का अधिकार दिया गया है। यह सुनिश्चित करता है कि सभी बच्चों को समान अवसर और अधिकार मिलें। 
     8. बाल अधिकारों का संरक्षण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत ने 1992 में संयुक्त राष्ट्र की "Convention on the Rights of the Child (CRC)" को स्वीकार किया, जिसमें बालकों के सभी बुनियादी अधिकारों की सुरक्षा की बात की गई है। 
     9. बालकों के संरक्षण के लिए राष्ट्रीय आयोग भारत में "National Commission for Protection of Child Rights (NCPCR)" का गठन बालकों के अधिकारों की रक्षा और संरक्षण के लिए किया गया है। 
     10. संगठनों और योजनाओं के माध्यम से अधिकारों की रक्षा भारत में विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संगठन बालकों के अधिकारों की रक्षा में काम कर रहे हैं। इन योजनाओं और अभियानों के माध्यम से बच्चों को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया जाता है। इस तरह, भारत में बालकों के अधिकारों का व्यापक संरक्षण किया गया है, ताकि वे एक सुरक्षित, स्वस्थ और समृद्ध जीवन जी सकें। 
                    कार्यक्रम का संचालन श्री मनीष राठौड़ द्वारा किया गया । इस अवसर पर स्थानीय विद्यालय की उप-प्राचार्य श्रीमती क्षिप्रा चौधरी, व्याख्याता श्रीमती सीमा छंगाणी और योगेश दाधीच उपस्थित थे ।




School Desk
11 Nov. 2024