Monday, February 24, 2020

विद्यालय के अहिंसा सभागार में उच्च माध्यमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के संस्था प्रधानों की दो दिवसीय सत्रान्त वाक् पीठ आयोजित
( प्रथम दिवस )
कार्यक्रम की शुरुआत ज्ञान की देवी मानी जाने वाली सरस्वती के चरणों में पुष्प अर्पण के द्वारा की गई .



सर्वप्रथम कार्यक्रम के अतिथियों का माल्यार्पण कर और मोमेंटो प्रदान कर स्वागत किया गया .







’’संस्था प्रधान की दृढ और प्रबल इच्छा शक्ति न केवल छात्र का मार्ग प्रशस्त करती है अपितु पूरी संस्था को एक सद्मार्ग पर लाकर मिसाल क़ायम कर सकती है....’’ यह उद्गार उद्घाटन सत्र में शिक्षाविद् एवं समाजसेवी प्रोफेसर डाॅ. अय्यूब खान ने बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये .
सत्र की अध्यक्षता करते हुए संयुक्त निदेशक जोधपुर सम्भाग प्रेमचन्द्र सांखला ने विभाग की गतिविधियों की जानकारी देते हुए विषय अध्यापकों की मैपिंग करने का आव्हान किया।

संयुक्त निदेशक श्रीमती नूतनबाला कपिला ने आनलाइन प्रक्रिया के अन्तर्गत समस्त संस्था प्रधानों से अपने आपको अपडेट रहकर सहयोग करने की अपील की .

इससे पूर्व श्रीमती नूतन बाला कपिला का वाक् पीठ में स्वागत किया गया .

प्रधानाचार्य कोमलसिंह चम्पावत ने विभागीय जांच की प्रक्रिया, हनुमान राम चौधरी ने आनलाईन प्रक्रिया से ज्ञान सम्पर्क पोर्टल के माध्यम से दान देकर 80 जी के अन्तर्गत आयकर छूट की रसीद प्राप्त करने की प्रक्रिया को प्रायोगिक रूप दर्शाया वहीं नन्दकिशोर दाधीच ने बोर्ड परीक्षा परिणाम उन्नयन, डाॅ. निज़ामुद्दीन ने बोर्ड परीक्षा के कुशल प्रबन्धन एवं संचालन, आशा सोलंकी ने एकीकृत शाला दर्पण पोर्टल पर प्रविष्ठियां, अनिल सांखला ने संस्था प्रधान के दायित्व तथा सेवानिवृत उप निदेशक प्रेमसिंह कच्छवाह ने विद्यालय रिकार्ड के रखरखाव एवं संधारण पर व्याख्यान वार्ता दी। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय डाॅ. भल्लूराम खीचड़, ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी प्रहलादराम गोयल, संयोजक मज़ाहिर सुलतान ज़ई, सचिव पवन कुमार शर्मा, हरि सिंह चैधरी व जिला समान परीक्षा योजना सचिव किशोर कुमार ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में शहर के समस्त माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के संस्था प्रधान उपस्थित थे।




कार्यक्रम का संचालन डाॅ. निज़ामुद्दीन ने किया।

( द्वितीय दिवस )

दो दिवसीय सत्रान्त वाक्पीठ का समापन सत्र
कार्यक्रम का प्रारम्भ सर्वधर्म प्राथना से किया गया .


आयोजन में सचिव पवन कुमार शर्मा ने पूर्व के दिन का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया तत्पश्चात् आयोजित वार्ताओं के क्रम में महात्मा गांधी अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल की प्रधानाचार्य डाॅ. नलिनी राजोतिया ने प्रधानाचार्य के कार्यों पर, अम्बेडकर आवासीय विद्यालय के प्रधानाचार्य सुरेशाराम ने अनुशासन पर, पूर्व प्राचार्य डाईट चेतन सैन ने स्वास्थ्य पर तथा श्रीमती शमीम खान ने सह शैक्षिक गतिविधियों के क्रियान्वयन पर वार्ताएं प्रस्तुत की, शैक्षिक विषयों की परिचर्चा के खुले सत्र में समान परीक्षा सचिव किशोर कुमार, हरिसिंह चौधरी, पुरूषोत्तम राजपुरोहित, मोहम्मद हसनैन कुरैशी, विजय सिंह गहलोत तथा मनीषा नागोरा ने भाग लिया






वाक् पीठ संयोजक प्रधानाचार्य स्थानीय विद्यालय श्री मज़ाहिर सुलतान ज़ई का वाक् पीठ के सफल और गरिमामय आयोजन के लिए सम्मान किया गया . 



 सेवानिवृत होने वाली प्रधानाध्यापिक गीता राजपुरोहित का भी सम्मान किया गया .



वाक् पीठ ब्लाक  शिक्षा अधिकारी प्रहलादराम गोयल के धन्यवाद ज्ञापन के साथ सम्पन्न हुई।

रिपोर्ट 
अकमल नईम सिद्दीक़ी 



Monday, February 10, 2020

विद्यालय सौन्दर्यकरण : बाउंड्री वाल पर चित्रकारी 

             नूतन वर्ष 2020 के आगमन के साथ ही विद्यालय प्रधानाचार्य के मन में भी एक नूतन विचार पल्लवित हुआ . विद्यालय की सपाट,बोझिल,बेजान  और बे-रंग दीवारों को चित्रकारी के माध्यम से आकर्षक और सजीव बनाने का विचार . ये विचार आया शहर की उन रंग बिरंगी, आकर्षक और मोहित कर देने वाली दीवारों को देख कर जिन पर युवा चित्रकारों ने अपनी कल्पनाओं से अत्यंत सुंदर और मनमोहक चित्र उकेरे हैं कि जो देखते ही बनते हैं .
                      शहरों को मयस्सर ही नहीं क़ुदरती मंज़र        दीवार पे ही शम्सो क़मर छाप दे कोई 
                  बस फिर क्या था एक बार तलाश जो शुरू हुई तो वो ख़त्म हुई पॉलीटेक्निक  कर रही छात्रा ज़ेबा नाज़ और उनके शौक़िया चित्रकारों पर . इन जोशीले और उर्जावान चितेरों की तक़रीबन 15 दिन की अथक मेहनत के बाद जो मन्ज़र सामने आया वो यक़ीनन दिल को लुभाने वाला, मनमोहक और चित्ताकर्षक था . ये तस्वीरें इतनी आकर्षक हैं कि अब स्थानीय विद्यालय के छात्रों के साथ साथ आगंतुकों के आकर्षण का केंद्र भी बन चुकी हैं . नौजवान यहाँ इन दीवारों के सामने खड़े होकर सेल्फियाँ लेते हैं और दीवारों पर लिखे संदेशों से प्रेरणा प्राप्त करते हैं . यकीनन ये नवाचार छात्रों के मन में विद्यालय के प्रति लगाव, प्रेम और अपनेपन को जन्म देने में कामयाब रहा है .  
आईये देखते हैं चित्रों की ज़बानी ये सारी कहानी .






















अपनी कला के जौहर दिखाने वाले कलाकारों के नाम 
ज़ेबा नाज़, मयंक सोलंकी, मनीष सांखला, अस्फा नईम, चंद्रसेन, जागृति सोनी,कोमल कुंवर, निज़ाम, मोहित भार्गव, प्रिया बोहरा, प्राणिति चौरड़िया, रोहित भाटी, सायमा परवीन, वरुण शर्मा, यज्ञ दवे .        
पेंटिंग में हाथ आजमाते हुए स्थानीय विद्यालय के प्रिंसिपल 
श्री एम० एस० ज़ई  

     कलाकारों का उत्साहवर्धन करते हुए स्थानीय विद्यालय के प्रिंसिपल  
                                           श्री एम० एस० ज़ई  


और दीवारें बोलने लगीं .............................
कल जो इक बदहाल सी दीवार थी 
आज हमसे गुफ्तुगू करने लगी 




















अकमल नईम सिद्दीकी